गुरु के वचन

सच्चे गुरु (Sachche Guru) की पहचान क्या है? महात्माओं ने कहाँ ऐसे व्यक्तियों का साथ नहीं करना

महानुभाव JaiGuruDev, जैसे कि ऊपर टॉपिक में आप देख रहे हैं कि सच्चे गुरु की पहचान (Sachche Guru Ki Pahchan) महात्मा ने कहाँ है कि कुछ ऐसे व्यक्ति होते हैं जिनका साथ नहीं करना चाहिए, महात्माओं ने सच्चे गुरु की पहचान भी बताई है आप इस सत्संग आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे जो स्वामी जी […]

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सत्संग केवल सुन लेने (Satsang Keval Sun Lene) का विषय ही नहीं अपतू अपने प्रत्यक्ष जीवन में उतारें

Satsang Keval Sun Lene Ka Vishy Hi Nahi

जय गुरुदेव महानुभाव, इस सत्संग आर्टिकल के माध्यम से आप जानेंगे कि महापुरुष सद्गुरु स्वामी जी महाराज “जय गुरुदेव जी” ने सत्संग के बारे में क्या कहा? Satsang Keval Sun Lene Ka Vishy Hi Nahi, सत्संग के मूल अर्थ को समझने को कहा, सत्संग केवल सुन लेने का विषय ही नहीं अपतू अपने जीवन में

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गुरु भक्ति के लाभ क्या है? गुरु भक्ति से फायदा। Guru Bhakti Ke Labh

Guru Bhakti Ke Labh

Jai Guru Dev महानुभाव, गुरु भक्ति के क्या लाभ है? Guru bhakti ke Labh से फायदा है? क्या हमारे संसारी और आध्यात्मिक जीवन में क्या फायदा होता है? वैसे देखा जाए तो गुरु भक्ति ही शिष्य के जीवन का असली सिंगार है। सतगुरु की उपस्थिति में लाभ लें, गुरु भक्ति (Guru Bhakti) योग बड़े ही

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कलियुग का प्रभाव सन्तों के मार्ग में रूकावटें। विचार करने योग्य Satya Vachan

Vichar Karne Yogya Satya Vachan

महानुभाव सज्जनों जय गुरुदेव, विचार करने योग्य Satya Vachan, महापुरुषों के साथ कलयुग में उनकी मार्ग में रुकावट संसारी लोग पैदा करते हैं। जो पूर्ण संत महात्मा होते हैं उनकी पगड़ी पर दाग कभी नहीं लगता है। चाहे संसार के लोग कितना ही कीचड़ उछाले, लेकिन जो पूर्ण महापुरुष होते हैं उस कीचड़ को भी

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गुरु कृपा (Guru Kirpa) का पात्र शिष्य, घट में आवाज सुनता। सच्चा आत्मा भाव

गुरु कृपा (Guru Kirpa) का पात्र शिष्य

जय गुरुदेव, इस सत्संग आर्टिकल (Satsang Article) के माध्यम से आप जानेंगे कि गुरु की कृपा (Guru Kirpa) जब जीव पर होती है तो उसके अंतर घट में वह शब्द व वाणी प्रकट होती है जिसकी हर जीव को हर प्राणी को तलाश होती है। क्योंकि शब्द रस पीकर ही यह Surat शक्तिशाली होती है।

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गुरु के अनमोल वचनों को हमेशा याद रखो | Guru Ke Vachan Yad Rakho

गुरु के अनमोल वचनों को हमेशा याद रखो | Guru Ke Vachan Yad Rakho

Jai Guru Dev, महानुभाव अमृत जैसे वचनों की धारा गुरु के मुखारविंद से निकलती है जो अनमोल रत्न या अनमोल वचन (Guru ke anmol vachan) कह सकते हैं। गुरु के वचनों को हमेशा याद रखो, वह हमारे जीवन में हर तरह से सार्थक होते हैं। शारीरिक मानसिक और संसार एवं आध्यात्मिक जीवन में सुधार के

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