Sun ri sakhi तोहि भेद बताऊँ। गुरु चरणों में बैठकर अनुभव

Sun ri sakhi तोहि भेद बताऊँ। गुरु चरणों में बैठकर अनुभव

सुन री सखी तुझे भेद बताऊँ यह, गुरु चरणों में बैठकर जिसने भक्ति की दिव्य दृष्टि खुली वह अपना वृत्तांत बताती है और सुरत (Jeevaatam) कहती है कि Sun ri sakhi मैंने वहाँ पर क्या-क्या …

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