महानुभाव सत्संगी प्रेमी भाई बहनों, बाबा जयगुरुदेव जी महाराज ने करोड़ों लोगों को बताए कि शराब मास पीना बंद करें। यह तन मन धन खराब करता है। बताया है कि शक्ति से हमेशा सावधान रहिएगा। आज कल नेता मंत्री दिखावा ज्यादा करते है। Gandhi jayanti par भी नशा करके 2 अक्टूबर को राजघाट पर बापू की मूर्ति को नमन करते है। गांधी जी ने अहिंसा का पाठ पढ़ाया है। चलिए कुछ जानते है।
गांधी जी के अनशन के बाद:
बम्बई के गेटवे ऑफ इण्डिया के शिलालेख के सौजन्य से: बापू ने 15 अगस्त को कलकत्ता के हैदर से अपने 24 घंटे के अनशन के बाद दिल्ली वालों को यही संदेश दिया था –
“शक्ति पवन की ओर ले जाती है। शक्ति से हमेशा सावधान रहिएगा। शक्ति के साथ जो रौब रुतबा आता है उसके शिकंजे में कभी फसियेगा नहीं।
हमेशा याद रखिएगा लोगों को शासन की बागडोर इसलिए सौंपी गई है कि उस गरीब आदमी की सेवा कर जो देहात में बैठा है।
Gandhi jayanti par 2 अक्टूबर को:
70 साल से मैं देख रहा हूं की हर 2 अक्टूबर को राष्ट्र के नायक राजघाट पहुंचकर बापू की मूर्ति को भाव विभोर होकर नमन करते हैं जनता को दिखाते हैं कि वह ही असली बापू के भक्त हैं।
बापू अगर जिंदा होते तो उन्हें जरूर दुत्कार देते शराब पीकर और मांस खाकर आए हो हमारी आराधना करने। उन्होंने कहा था- शराब विष से भी भयंकर है, इसे कभी मत पीना। “शराब शरीर और आत्मा दोनों को सत्यानाश करती है।
आज मैं सभी MP बने देश के नुमाइंदों को पार्लियामेंट में गाली गलौज करते हो अंग्रेजी भाषण करते देखा हूँ तो समझता हूं कि यह अंगूरी शराब की देन है इनकी क्या गलती है। पंडित जवाहरलाल नेहरु के पद की तो ये बेचारे नकल कर रहे हैं।
R – Indira Gandhi Death और Mahatma Gandhi को कब और किसने मारा?
निष्कर्ष
महानुभाव प्रेमियों, गांधी जी ने हमेशा अहिंसा का पाठ पढ़ाया है। उन्होंने शराब मांस को कभी हाथ नहीं लगाया। यदि हम उनकी विचारधारा और उनकी जयंती मनाते हैं तो, कम से कम उसे दिन Gandhi jayanti 2 अक्टूबर को कोई किसी प्रकार का नशा नहीं करना चाहिए। महापुरुष सब कुछ बताते हैं लेकिन हम मानते कुछ भी नहीं है। जय गुरुदेव।
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