Indira Gandhi Death और Mahatma Gandhi को कब और किसने मारा? मौत एक रहस्य

इंदिरा गांधी देश की पहली महिला प्रधानमंत्री की मौत (Indira Gandhi Death) का रहस्य और हालातों के बारे में, साथ में महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi Death) जी की मृत्यु कैसे और कब क्यों हुई? आदि तमाम जानकारी के साथ इस आर्टिकल में पढ़ने वाले हैं। बाबा जयगुरुदेव जी महाराज ने अपने सत्संग के माध्यम से वी. आई.पी (VIP) लोगों के मौत के रहस्य के बारे में चर्चा की है, चलिए जानते हैं। जय गुरुदेव

Indira Gandhi Or Baba Jai Guru Dev - Mathura Aasram
Indira Gandhi Or Baba Jai Guru Dev – Mathura Aasram

इंदिरा गांधी को कब और किसने मारा? (Indira Gandhi Death)

घटना 1984 की है जब पूर्व महिला प्रधानमंत्री की हत्या हुई थी। प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी की हत्या (Indira Gandhi Death) 31 अक्टूबर, 1984 को नई दिल्ली के सफदरगंज रोड स्थित उनके आवास पर सुबह 09: 29 बजे की गई थी। ऑपरेशन ब्लू स्टार (Operation Blue Star) के बाद उनके सिख अंगरक्षकों सतवंत सिंह (Satwant Singh) और बेअंत सिंह (Beant Singh) ने गोली मार कर उनकी हत्या की थी।

यों देखा जाय तो लोकतंत्र में हत्या का प्रारंभ लोकतंत्र (Democracy) प्रारम्भ होने के साथ ही हुआ। इसके पहले शिकार थे गांधी महात्मा (Mahatma Gandhi) । उनको गोली मारी गयी थी तो देश रो था। मुझे याद है तब मैं बहुत छोटी थी ये, घटना आग की तरह पूरे देश में फैल गई, सारे स्कूल कॉलेज, दफ्तर कोर्ट कचहरी दुकानें बन्द कर दी गई थीं।

गांधी महात्मा को गोली आखिर किसने मारी और क्यों? (Mahatma Gandhi Death)

सबको इस बात की हैरानी थी कि “गांधी महात्मा को गोली आखिर किसने मारी और क्यों मारी” महात्मा गाँधी जी की हत्या (Mahatma Gandhi Death) 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) द्वारा की गई। मोहनदास करमचंद गांधी की हत्या 30 जनवरी 1948 की शाम को नई दिल्ली स्थित बिड़ला भवन में गोली मारकर की गयी थी।

उस समय जन संघ पार्टी हुआ करती थी। उसके एक सदस्य नाथू राम गोड़से (Nathuram Godse) का नाम सामने आया। जिसने गोली मारी थी। गोड़से को फांसी की सजा दी गई। उस समय एक चर्चा जोर शोर से उठी थी कि गोड़से ने फांसी से पहले अदालत में कुछ कहने की इजाजत मांगी थी पर उसे इजाजत नहीं मिली और फांसी दे दी गई।

लोकतंत्र का पहला शिकार Mahatma Gandhi

दुखी सब इसलिए थे कि जिस गांधी महात्मा को विदेशी हुकूमत ने स्वीट प्वायजन (मीठा जहर) कहा था पर उनहें मारने या मरवाने की हिम्मत नहीं थी उन्हीं गांधी महात्मा को लोकतंत्र का पहला शिकार बनना पड़ा। वह भी अपने ही देश में, उसके बाद तो मारने मरवाने का एक सिलसिला चल पड़ा और हर वी. आई.पी. (V I P) मौत एक रहस्य बन कर रह गई।

उसी कड़ी में Indira Gandhi Death 31 अक्टूबर 1984 में प्रधानमंत्री की हत्या की गई। कहते है कि उन्हीं के पास रहने वाले रक्षक ने गोली मारी और उसे वहीं तुरन्त गोली मार दी गई थी। यह भी खबर आग की तरह फैली और चारों तरफ आग लग गई। नृशंसता का वह ताण्डव हुआ जिसे देखकर नादिरशाह की भी रूह कांप गई होगी।

Baba Ji Ne गुलाबी पगड़ी बंधवाई

उस समय एक सरदार ट्रक लेकर बम्बई से दिल्ली की तरफ आ रहा था, इन्दौर के पास कुछ लोगों ने उसकी ट्रक को घेर लिया, ट्रक से खींचकर उसको बाहर निकाला और आवाज उठने लगी कि इसे जला दो। चान्स की बात थी कि सरदार ने गुलाबी रंग की पगड़ी बाँधी थी। सामने मौत देखकर उसे एकदम से “बाबा जयगुरूदेव” की याद आ गई।

उसने आँख बन्द की और मन में प्रार्थना की कि बाबा Jai Guru Dev Ji Ne आपने अपने प्रेमियों को गुलाबी पगड़ी बंधवाई है, इस गुलाबी पगड़ी की रक्षा करो। प्रार्थना के बाद सरदार ने जब आँख खोला तो उन्हीं लोगों में से एक आदमी आगे आया और कहा कि इसे छोड़ दो, ये तो बाबा जयगुरूदेव का आदमी है।

ये तो चींटी भी नहीं मार सकता तो हत्या क्या करेगा? इतना कहकर वह आदमी सरदार के पास आया, उसकी पीठ थपथपाई और बोला कि तुम अपनी ट्रक लेकर निकल जाओ। रास्तें में कही रूकना मत। मथुरा वह सरदार ट्रक लेकर चला आ रहा था कि (JaiGuruDev Asram) दिल्ली आगरा बाईपास पर में जयगुरूदेव आश्रम देखा तो वह ट्रक लेकर आश्रम के अन्दर आ गया। उसने अपनी आप बीती स्वयं बताई और बाबा जी के दरबार में मत्था टेका।

FAQs क्वेश्चन

इंदिरा गांधी की मृत्यु कैसे हुई थी?

इंदिरा गांधी की मृत्यु 31 अक्टूबर 1984 को दिल्ली में हुई थी| वह दिल्ली के जंतर मंतर रोड पर स्थित अपने आवास में जहां उनके पूर्व सैनिक ने सुरक्षा के बहाने उन्हें गोली से घायल कर दिया था| इसके बाद इंद्रा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था कुछ दिन तक जीवित रही, लेकिन अंत में स्थिति खराब हो गई और 31 अक्टूबर 1984 को 2:00 बजे उनकी मृत्यु हो गई थी|

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निष्कर्ष

कहने का मतलब है कि मुसीबत में भी परमात्मा स्वरूपी गुरु का साथ होता है। वह किसी भी हालत में हमारा मदद करता है ऐसी परम गुरु बाबा जय गुरुदेव को नमन करता हूँ। आशा है आपने ऊपर दिए गए कंटेंट में इंदिरा गांधी डेथ (Indira Gandhi Death) व महात्मा गांधी डेथ (Mahatma Gandhi Death) के बारे में जानकारी पढ़ी। कब और कैसे किसने इनको मारा? आशा है आपको जानकारी जरूर अच्छी लगी होगी। जय गुरुदेव मालिक की दया सब पर बनी रहे,

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