भविष्यवाणी क्रम में आप इस ब्लॉग पोस्ट में सुप्रसिद्ध फ्रांसीसी भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी पढ़ने वाले हैं। जिसमें उन्होंने सटीक भविष्यवाणी की और सिद्ध भी हुए हैं, आने वाले समय में भी देखने को मिलेगी। भारत के भविष्य में क्या कहा चलिए हम विस्तार से Nostradamus Bhavishyavani पढ़ते हैं।
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी (Nostradamus Predictions)
फ्रांस निवासी नास्त्रेदमस की भविष्य वाणियां जगत प्रसिद्ध हैं। पिछले करीब साढ़े चार सौ साल पहले वे तांबे की एक तिपाई पर रखे कांच के पात्र में भरे जल में झांककर आने वाले वक्त को पहचाना। विश्व के तमाम देशों में भविष्य में घटित होने वाली घटनाओं को उन्होंने बताया था। नास्त्रेदसम ने भारत के भविष्य के बारे में जैसे 1857 की क्रान्ति,
स्वतन्त्रता संघर्ष, देश के नेता, सत्ता परिवर्तन, श्रीमती इन्दिरा गांधी उनकी मृत्यु और भारतीय राजनीति के बदलावों को जान लिया था। उन्होंने तो भारत के विश्वनेता बनने तक का संकेत दिया है। भविष्यवाणियों के कुछ अंश इस प्रकार है।
भारतीय राजनीति के बारे में
निष्कासित महिला फिर से सत्ता पायेगी। पहले से शानदार वापसी और प्रबल होगा उसका शासन। मगर उसके दुश्मन साजिश करने वालों से मिलेंगे और सत्तर वर्ष की आयु से पहले उसकी मृत्यु तय है।
एक महान पायलट प्रचण्ड बहुमत पाकर सत्ता में आयेगा। अपनी नौकरी छोड़ वह अत्यन्त ऊंचा स्थान लेगा। सात साल बाद वह काल कवलित हो जायेगा। एक बर्बर सेना का कृत्य वेनिस को आतंकित कर देगा। नीचतापूर्ण प्रतिहिन्सा में भरी वह महिला अपने राजनेता के विरूद्ध साजिश करेगी मगर उसे जाहिर नहीं करेगी। परन्तु दोषी का पता शीघ्र ही चल जायेगा पर सत्रह भीषण आतंक के रूप में सामने आयेगी। कोयले सी काली औरत सदा के लिए गायब हो जा चुकी होगी।
कमजोर दल सत्ता पायेगा। पहले एक फिर दूसरी जगह और उसके बाद पूरे संसार के अधिकांश भाग उसकी चपेट में आ जायेंगे।
पांच नदियों प्रख्यात एक द्वीप राष्ट्र में एक महान राजनेता का उदय होगा। इस राजनेता का नाम वरन या शरण जैसा होगा। वह एक शत्रु के उन्माद को हवा के जरिये समाप्त करेगा। इस कार्यवाही से छह लोग बचेंगे।
राजनेता भविष्य
ऐसा सम्राट या राजनेता भविष्य में अवश्य होगा। वह शीघ्र ही पूरी दुनिया का मुखिया होगा। उस महान सम्राट की ताकत बढ़ेगी। उसे पहले सभी प्यार करेंगे और बाद में वह भयंकर व भयभीत करने वाला माना जायेगा। उसकी ख्याति आसमान चूमेगी और वह विजेता के रूप में सम्मान पायेगा। वह विश्व के बड़े देशों के साथ मिलकर एक महासंघ बनाने में कामयाब होगा। वह गैर ईसाई होगा।
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी बीसीं सदी के के बारे में
बीसीं सदी के अन्त में एक अत्यन्त विनाशकारी महायुद्ध में उलझेगा और हानि उठायेगा। जब वृहस्पति और शनि मेष राशि में होंगे तब बर्बादी शुरु होगी, वृहस्पति तथा शनि का मेष राशि में संयोग 2 सितम्बर, 1995 को होने वाला है। एक पनडुब्बी में तमाम हथियार और दस्तावेज लेकर वह व्यक्ति इटली के तट पर पहुंचेगा और युद्ध शुरू करेगा।
उसका काफिला बहुत दूर से इतावली के तट आयेगा। चीन खुलकर सामने आयेगा और तबाही मचेगी। फ्रांस, इटली, यूगोस्लाविया आदि अनेक देशष्ठ कीटाणु युद्ध तथा अनेक हमलों के शिकार होंगे। पोपबन्दी बना लिये जायेंगे। इस मोड़ पर फ्रांस पूरे जोर शोर से मुकाबले पर उतर आयेगा तब आक्रमणकारी बचाव का कोई रास्ता न देखकर एक नया हथियार प्रयोग करेगा ।
यह एक तरह की पनडुब्बीनुमा टैंक हो सकता है। अचानक ही यह शस्त्र तहलका मचा देगा। इसी दौरान इंगलैण्ड डूब जायेगा, महान ब्रिटेन इटली युद्ध में फंसा होगा। कभी का नौसैनिक शेर इंग्लैण्ड निराश और आतंकित होगा। नागरिक भोगेंगे मगर ढाई लाख डूब ही जायेंगे।
Nostradamus ki Bhavishyavani एक महापुरुष जन्म होगा
उत्तर पश्चिम में भूकम्प आयेगा जबकि इंग्लैण्ड आधा डूब चुका होगा शान्ति सो रही होगी, युद्ध जमा हुआ होगा। लंक्षन में एक गिरजाघर में दरार से विनाश होगा इस्टर के समय।
तीन और समुन्द्र से घिरे क्षेत्र में एक महापुरुष जन्म ले।। वृहस्पतिवार को अपना अवकाश दिवश घोषित करेगा। उसकी प्रशंसा, प्रसिद्ध, सत्ता और शक्ति बढ़ती जायेगी और भूमि व समुन्द्र में उस जैसा शक्तिमान कोई ना होगा।
आने वाले समय में स्वीस बैंकों में जनता से छिपाये गयी दौलत जमा की जायेगी और सरकारें स्वीस बैंकों पर दवाब डालकर हिसाब किताब मालूम करने की कोशिश करेंगे। गलत तरीके से जमा पैसों का हिसाब स्वीस बैंक को देना होगा।
संगठन का जन्म
बुत पूजा की भावना को समाप्त करने वाले एक ऐसे व्यक्ति का उदय होगा जो बाद में विचार बदलकर लोगों की भलाई और आपसी मतभेद की दीवारों को ढाने में लग जायेगा। वह व्यक्ति सम्मोहन करने वाली प्रतिभा रखता होगा व असाधारण वक्ता होगा। एक ऐसे संगठन का जन्म होगा, जो संसार में रक्तपात तथा युद्ध को रोक सकेगा। जो काम हथियार नहीं कर पाायेंगे, आग से नहीं होगा वह उस व्यक्ति की मीठी जुबान कर दिखाएगी।
अनचाहे पक्षी की आन्दाजें सुनी जायेगी मकानों की चिमनी पर 1 गेहूं इतना मंहगा हो जायेगा कि इन्सान एक दूसरे का मांस खाना सस्ता समझेगा। सुबह सर्वोदय के वक्त एक भीषण आग दिखेगी-धमाका और उत्तर की और फैलती रोशनी, सम्पूर्ण पृथ्वी पर मौतों तथा चीखों का ताण्डव-मौत लोगों की प्रतीक्षा करेगी हथियारों आग और बीमारियों के भेष में। सुनहरे रंग की आग धरती पर फैलेगी ऊँचे स्थान से नीचे, मानवता का व्यापक विनाश और मासूम बच्चों की लाशें, कुछ अधमरे ही रह जायेंगे और घमण्डी बच कर भाग जायेंगे।
राम की भूमि को फ्रांसीसी पांव तले रोदेंगे देखता हूं मगर फ्रांसीसियार्डे का अभियान चकनाचूर हो जाएगा जब वो उत्तरी हवाओं में फंस जायेंगे। इंग्लैण्ड में इतना भयंकर विनाश होगी कि युद्ध के अचंभो के अलावा कुछ सुनाई नहीं देगा। इतना भयानक हमला होगा कि लोग भूमि के नीचे शरण लेंगे। परिवर्तन बहुत सख्त होगा।
समाज की मानसिकता
अश्लीलता, नग्नता, अवैध, वेश्यावृत्ति, ड्रेग, नंगी पत्रिकायें पुस्तकायें, फिल्में, नारी देह का खुला व गंदा प्रदर्शन एक समय समाज की मानसिकता को विकृत करेगा। देह सुख के लोभियों की प्रसन्नता के लिए कानून की आड़ करके जहर बिकेगा, नारी का हर जगह इस्तमाल होगा, युवा प्रतिभा और बुद्धि को विकृत करके रख देगा।
पवित्र पक्षी भी अपने पंख सम्मान से झुकायेगा जब आएग महान न्यायदानी। वह उठायेगा दोनों को, और कुचलेगा बागियों को। उसके जैसा फिर न होगा कोई। वह विश्व नेता दुनियां के बीच में गुलाम। जनता का खून गिरेगा। लोग सच बोलने का मुंह बन्द रखेंगे फिर जरूरत के समय प्रतीक्षा करने पर भी वह विलम्ब करेगा।
अन्त में एक भीषण सूखा पड़ेगा। समुद्र में मछली, नदी और झील उबलेगी, आकाश से आग की वजह से लोग मुसीबत में पड़ेंगे।
अंतरिक्ष से कोई चक्कर लगाती हुई चीज गिरेगी उत्तरी गोलार्ध में विनाश लीला होगी। अंतरिक्ष से बारिश होगी और एक भयंकर अकाल तथा महामरी आएगी।
पुस्तकें बगैरह फूंक डालेंगे
एक समय ऐसा आने वाला है जब वे पढ़े लिखों की सभ्यता को तबाह करने की कोशिश करेंगे और पुस्तकें बगैरह फूंक डालेंगे। ऐसा दुर्लभ ज्ञान नष्ट कर दिया जायेगा जिसका अधिकांश भाग वापस नहीं पाया जा सकेगा। एक समय ऐसा भी आयेगा कि विश्व व्यापी आग से अधिकांश राष्ट्रों में नरसंहार होगा। धरती जलने, लगेगी। जंगल और शहर यूं तबाह होंगे जैसे मोमबत्ती पर लिखे अक्षर। महामारी आएगी इतनी भयंकर कि बूढ़ा, जवान और जानवर कोई नहीं बचेगा।
एक ऐसा भीषण भूकम्प आयेगा कि चारों और तबाही मचेगी चारों ओर अंधेरा और परेशानी, आसमान हवा और जमीन भी प्रभावित, नास्तिक भी ईश्वर और संतों की याद करेंगे।
महान सातवें साल के बीत जाने पर मार काट का रौद्र तमाशा होगा नई शताब्दी बहुत दूर न होगी, मुर्दे भी अपनी कब्रों से बाहर निकल आयेंगे।
मानवता व संसार के भले दिन आयेंगे। ईट की दीवारें संगमरमर की होंगी, जल स्वच्छ, स्वास्थ्य और फलों की भरमार से खुशी व मसती का दशैश्र वापस आयेगा।
जटिल समस्यायें
विचित्र कारणों से भारी तादात में लोग मरेंगे। कुछ न कर पाने के कारण जनता द्वारा अपमान झेलेंगे। इस प्रकोप का असर संक्रमण रोग की भांति आस-पास फैल जायेगा। जटिल समस्यायें खड़ी हो जायेंगी।
भावी विश्व ऐसे युद्ध देखेगा जिनमें धर्म के नाम जुनून पर ऐसा प्रदर्शन होगा कि हर तरह के दाव पेंच इस्तेमाल करने में साम्प्रदायिक ताकतें नहीं हिचकेगी। संसार का हर देश इससे प्रत्यक्ष और रूप से प्रभावित होगा।
निष्कर्ष
महानुभाव सज्जन, आपने नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी पढ़ी जो वास्तव में ठीक है व आने वाले समय में देखने को मिल सकती हैं । आशा है आपको इस Bhavishyavani क्रम में यह भविष्यवाणी काफी इनफॉर्मेटिव लगी होगी। पढ़ने के लिए धन्यवाद इस ब्लॉग पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और स्टार दें। जय गुरुदेव
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