Adhyatmik

सच्ची होली जिसका वर्णन नहीं किया जा सकता। यह त्यौहार सच्चा नहीं

सच्ची होली जिसका वर्णन नहीं किया जा सकता

रंग बिरंगी होली खेलने का मजा लेता है, लेकिन महात्माओं ने सच्ची होली खेलने का मजा अलग ही बताया है। होली कब है कैलेंडर तारीख के हिसाब से डिसाइड होता है। लेकिन आत्मा की होली जो सच्ची होली होती है वह उस परमपिता प्रभु या राधा-कृष्ण, सीता-राम अपने प्रिय के साथ जब चाहे तब खेल […]

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Chhoti Si दुनिया लगेगी जब वहाँ से देखेंगे || यह दुनियाँ बहुत छोटी

Chhoti Si दुनिया लगेगी जब वहाँ से देखेंगे

यह छोटी-सी दुनिया है ज्ञानी महात्मा मिलेंगे तब अंदर का विशाल दृश्य देखेंगे। तब यह आभास होगा जब पूर्ण ज्ञानी महात्मा मिलेंगे। हम इस संसार में हम रह रहे हैं यह एक Chhoti Si दुनिया है। हम इसी शरीर में रह करके, इसी भूमंडल पर शरीर को रख कर के, महात्माओं की दया से ऊपरी

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Antar Drishti से क्या देख सुन सकते है? आँख के अन्दर का रास्ता

Antar Drishti से क्या देख सुन सकते है

अंतर्दृष्टि (Antar Drishti) खुल सकती हैं यदि हमें पूर्ण महात्मा सुलभ रास्ता बताएँ, आंखों के अंदर से गया रास्ता, उस रास्ते से हम अंदर के लोको की संरचना देख सकते हैं। महात्मा अपने सत्संग के माध्यम से नामदान और भजन करने की प्रक्रिया बतलाते हैं। यदि कोई मानव उस प्रक्रिया को अपनाये तो निश्चय ही

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आत्मा का पिता कौन है? आत्मा का घर। Sabka Malik कैसे मिलेगा

आत्मा का पिता कौन है? आत्मा का घर। Sabka Malik कैसे मिलेगा

महानुभाव हमारा असली पिता कौन है? आत्मा का सच्चा घर व Sabka Malik कौन है? महात्मा अपने आध्यात्मिक प्रैक्टिकल से सब कुछ बताते हैं। आध्यात्मिक शिक्षा के अनुसार अपने पिता व आत्मा का घर मालूम कर सकते हैं। यदि हमें Sabka Malik उसके बारे में सही जानकारी चाहिए तो, हमें महात्माओं की शरण में जाना

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Divya Drishti खुलने पर सब दिखाई देता है। दिव्य दृष्टि नहीं खुलती

Divya Drishti खुलने पर

दिव्य दृष्टि कब तक नहीं खुलती है जब तक हमारे कर्मों की सफाई नहीं होती है हमारी दिव्य नेत्र के परदे नहीं हटेंगे तब तक हमारी Divya Drishti नहीं खुलती है। महात्माओं ने इसकी युक्ति भी बताई है और लोग अपनी दिव्य दृष्टि खोलकर आत्मा परमात्मा का दर्शन दीदार कर सकते हैं। चलिए इस सत्संग

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Brahma Vishnu Mahesh से मिलना क्या संभव है?

Brahma Vishnu Mahesh से मिलना क्या संभव है?

गुरु कृपा से Brahma Vishnu Mahesh तीनों देवों से मिल सकते हैं। यह तभी संभव होगा जब हमें पूर्ण महात्मा मिल जाए, रास्ता बताने वाला मिल जाए और उनके बताए हुए रास्ते पर हम चल पड़े तो निश्चय ही हम तीनों देवताओं Brahma Vishnu Mahadev के दर्शन कर सकते हैं। इनके पिता माता के भी

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तीन लोग का मालिक निरंजन बगैर पर्दा साफ किए दर्शन नहीं। Niranjan Bhagwan

तीन लोग का मालिक निरंजन बगैर पर्दा साफ किए दर्शन नहीं। Niranjan Bhagwan

महानुभाव हमारी जीवात्मा का बगैर पर्दा साफ किए निरंजन भगवान (Niranjan Bhagwan) के दर्शन नहीं हो सकते हैं। अथवा हमारी दिव्य दृष्टि नहीं खुल सकती है। जब तक कर्मों का पर्दा रहेगा हम कुछ भी नहीं अंदर की आँख से देख सकते हैं। जब महात्माओं की दृष्टि हमारे ऊपर पड़ती है और कर्मों का लेनदेन

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