Bhut Pret योनि का विधान। भूत प्रेत से छुटकारा पाने का उपाय

भूत प्रेत होते हैं या नहीं, यदि किसी को Bhut Pret सताए या परेशान करें तो कैसे उसे छुटकारा पा सकते हैं? भूत प्रेत योनि का विधान क्या है महात्माओं ने सब कुछ बताया है। Bhut Pret से कैसे छुटकारा पाया जा सकता है आदि तमाम चीजों को इस आर्टिकल के माध्यम से आप जानेंगे। तो चलिए जानते हैं भूत प्रेत योनि का विधान क्या है और कैसे? यदि किसी को सताए तो छुटकारा पा सकते हैं। चलिए जानते हैं जय गुरुदेव।

Bhut प्रेत योनि
Bhut प्रेत योनि

भूत प्रेत योनि का विधान

जब आपने इतने-इतने जघन्य बुरे काम किये कि पाँच महीने का बच्चा गर्भ में गिरा दिया, आदमी को मार दिया, किसी और को मार दिया, मुर्गी को मार दिया, भैंस, सूअर, बकरा, खरगोश मार दियें, ये जितने जीव जन्तुओं की हत्या करते हो उन सबको उस आयु को (स्वांसों की पूंजी) पूरा करने के लिए प्रेत (Bhut Pret) योनि मिलती है। उस शरीर में जिसका समय बाकी रह गया है वे तब तक प्रेत योनि में रहेंगे जब तक स्वांसें पूरी नहीं हो जाती।

Bhut प्रेत योनि बड़ी दुख की होती

प्रेत योनि सबसे खराब योनि है। प्रेतों का पेट बड़ा होता है और भूख बहुत ज्यादा लगती है। इतनी ज्यादा लगती है कि वह भूख के मारे पागल रहता है। उसके मुँह का छेद इतना छोटा रहता है कि उसमें चावल या कोई जीव नहीं जा सकती। इसलिए भूत प्रेत योनि बड़ी दुख की होती है।

जब आपने जीवों को बीच में ही मार दिया समय पूरा नहीं हुआ तो वह किसको लगेंगे? हमकों लगेंगे? वह जो आप काम करोगे आपको लग जायेंगे लड़की को लग जायेंगे, औरत को पति को लग जायेंगे तो बीमारी लग गई फिर दवा खाते रहना। फिर दूसरी (प्रेतात्मा) (Bhut) लग गई फिर तीसरी लग गई और दवा खाते रहा।

यही सब होता रहेगा और अच्छा नहीं होगा। आप तो यह कर्म विधान समझते नहीं हो कि किसका क्या विधान है। इसको योगी लोग ही जानते हैं और कोई नहीं जानता। सन्त तो सब जानते हैं लेकिन योगी भी जानते हैं कि वास्तव में ये कैसा विधान है। आप इसको ऊपर की बुद्धि से समझना चाहते हो तो ऊपर की बुद्धि से नहीं समझ सकते।

जीवात्मायें भूत (Bhut Pret) योनि में चली गईं

बाबाजी ने कहा कि जब से आपका राज्य हुआ है इतनी हिंसा हुई है इतने आदमी पशु, पक्षी, जानवर मारे गये कि इनकी जीवात्मायें भूत योनि में चली गईं। सब भूत (Bhut Pret) हो गये। एक दफे हमने काफिला निकाला था तो भूतों ने हमसे कहा था कि आप हमसे भी कुछ काम ले लीजिए।

हमने कहा कि हमकोई काम नहीं लेंगे। वे कहने लगे कि हमारा कार्य तो देख लीजिए तो हमने कहा कि दिखाइए। उन्होंने काफिले में बड़े-बड़े अनुभव दिखाये। अपने लिए तो कुछ नहीं। वह तो अगर भूतों (भूत प्रेत योनि) से काम ले लूँ तो आपको रात को उठायेंगे और ऐसी बात कहेंगे कि आप उनकी बात को सुनकर अर्द्ध रात्रि में ही उठकर अँधेरे में उनके साथ चल दोगे। लेकिन मैंने उन भूतों से कोई काम नहीं लिया। उन्होंने तो कहा था।

Bhut Pret (भूत प्रेत) योनि में बन्द

हम तो कहते हैं कि जो भी जीवात्मा है और भूत प्रेत (Bhut Pret) योनि में बन्द है बहुत दु: ख उठा रही है। काशी में जिन पर भूत लगा था वह लोग गए और उन्होंने वहाँ पूरे दिन परिक्रमा लगायी। वह लोग भूतों को छोड़कर चले आए और भूत वहीं रह गये।

भूत प्रेत से छुटकारा पाने का उपाय

जिन पर भूत लगा था और उन्होंने ध्यान नहीं दिया नहीं समझ पाये देर से गये या गये ही नहीं तो उनके साथ भूत चले गये। तो तुम उनसे कहो कि चलो नैमिषारण्य में आ जाओं। यहाँ हरदोई रोड पर नदी के पुल के किनारे जो भूतों की यज्ञ शाला बनी है,

भूत प्रेत (Bhut Pret) वालों को लेकर वहाँ जाओं और रात को साढ़े दस बजे से तीन बजे तक उस यज्ञशाला के हवन कुण्ड की परिक्रमा लगाओं तो भूत वहीं छूट जायेगा। प्रयास करोगे तो छोडेगा क्योंकि जो कर्जा है आप से वसूल करेगा। वैसे आपको छोड़ने वाला नहीं और आपको उनसे छूटने का तरीका भी नहीं मालूम है।

कहेगा कि हमारा कर्जा दे दो

बाबाजी ने कहा कि हम चाहते है कि तुमको परेशानी भी न हो और खर्चा भी न करना पड़े नहीं तो दे दवा, दे दवा अच्छा होने वाला नहीं है चाहे जितनी दवा करो। जितनी दवा खिलाओगे उतना ही रोग बढेगा। एक तो लगा ही था और एक उधर से भी लग गया तब रोओगे चिल्लाओगे। इंग्लैण्ड अमेरिका जाओ दिल्ली जाओ ठीक होने वाला नहीं। वह Bhut Pret तो कहेगा कि हमारा कर्जा दे दो। तब वह छोड़ेगा। वह तरीके से छोड़ेगा।

आप हैरान हो जाओगे

वहाँ यज्ञशाला में जाओ। वहाँ अँधेरा ही रहेगा बत्ती नहीं जलाई जायेगी। वे अंधेरे में ही भोजन करेंगे क्योंकि अंधेरे की चीज है उजाले की नहीं। वहाँ जब ये अपनी खुराक पा जायेंगे तो खुश हो जायेंगे और कहेंगे कि तुम जाओ हम तुमको छोड़ दे रहे है। वहाँ जाओं देखो वहाँ हवन होता है। हवन कुण्ड में इनको भोजन देने के लिए दो तीन आदमी वहाँ रहेंगे।

उसमें जो धुआं उठेगा वही उनका भोजन है जब वह भोजन करेंगे तो वहाँ तरह-तरह के अनुभव करोगे। वहाँ भोजन कराने वाले से कह दिया है कि उनसे डरेंगे नहीं। वे ऐसी चीज दिखायेंगे कि आप हैरान हो जाओगे। मैं आपको यहीं (मंच) से बताये देता हूँ।

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वहाँ है तो बहुत लेकिन आपसे बोलेंगे नहीं। तुम लोग उनको देखोगे तो डर जाओगे। इसलिए उनसे प्रार्थना कर रखी है कि किसी को डराना वराना नहीं। तो आप वहाँ जाओ उनको भोजन कराओं। वहाँ उनको भोजन मिल रहा है वह छोड़ देंगे। वह भी तो जीवात्मा ही है।

Bhut Pret बन गये

मुर्गे को मुर्गी को लड़के लड़की को मार दिया गर्भपात करा दिया तो भूत प्रेत बन गये। बराबर जगा रहेगा, ऐसे छोड़ने वाला नहीं। अपना बदला लेगा। यह ज्ञान आपको पता नहीं। मैं तुम्हारे हित की बात करता हूँ तो तुम इसको इधर-उधर की बात मत समझो। ये इधर-उधर की छंटी छटाई बात नहीं है जो सत्य है वह मैं आपको बता रहा हूँ।

यहाँ चल कर आए हो तो आपका एक भी नुकसान होने वाला नहीं है। यहाँ जो तुम खा रहे हो खर्च करते हो इन सबका शत प्रतिशत से ज्यादा तुम अपनी खेती दुकान, दफ्तर में ले लो लेकिन इसके लेने का तरीका है। जो बीमारी में तकलीफ में कोलाहल में जो तुम्हें लाभ होगा वह मुफ्त है।

भूत क्या कहलाता है

Bhut एक अजीब चीज होती है जिसे कुछ लोग देखते हैं और कुछ लोग नहीं। यह Mana जाता है कि भूत (bhut) उन मरे हुए लोगों की आत्माओं की तरह होते हैं जो अपनी Death के बाद इस दुनिया में फिर से लौट आते हैं। कुछ लोग इसे अस्तित्व (Existence) का विषय मानते हैं जबकि कुछ लोग इसे केवल एक धारणा मानते हैं। भूतों के बारे (Bhut Ke Bare) में कई Stories और लोक कथाएँ सुनाई जाती हैं जो कि अक्सर भयंकर (Dangerous) होती हैं।

निष्कर्ष

महानुभाव सज्जनों आपने ऊपर दिया गया कंटेंट पढ़ा जिसमें स्वामी जी महाराज ने भूत प्रेत योनियों के विधान के बारे में बताया और कैसे स्वामी जी महाराज ने भूत प्रेत से छुटकारा दिलाया। आज भी “जय गुरुदेव” नाम एकमात्र ऐसा है जिससे Bhut Pret बाधा दूर रहती है। स्वामी जी महाराज ने कहा था जिस घर में नाम दान सत्संग व भजन होता है उस घर से 100 फुट दूर भूत प्रेत बाधा दूर रहती है। आशा है आपको ऊपर दिया गया कंटेंट जरूर अच्छा लगा होगा। मालिक का आशीर्वाद सबको प्राप्त हो जय गुरुदेव ।

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