बाबा उमाकान्त जी महाराज का आम आवाम की खुशहाली के वचन आप इस आर्टिकल में पढ़ेंगे। जिसमें जानेंगे जनता की khushhali ke liye बाबा उमाकांत जी महाराज उज्जैन द्वारा क्या उद्बोधन दिया गया है चलिए जानते हैं जनता की खुशहाली के लिए वचन,
आजमाइश करके देख लो (Jai Guru Dev Name)
आजमाइश करके देख लो जयगुरुदेव नाम प्रभु का ही है। जब मुसीबत में आदमी, देवी देवता फरिस्ते मददगार नहीं होगे तब जयगुरुदेव नाम शाकाहारी, चरित्रवान, नशामुक्त लोगों के लिए मददगार होगा। परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज । सतगुरु आय दिया जग मेला। जागो रे। जागो, प्यारे जागो। उज्जैन बाले बाबा उमाकान्त जी महाराज का आम आवाम की खुशहाली के वचन।
जब-जब इस धरती पर प्रकृति के नियम को तोड़ कर धर्म कर्म, मानवता सदाचार, सत्य, अहिंसा से लोग दूर हुए। दुःख तकलीफ, पीड़ा से ग्रसित होकर अपने मानव जीवन के समय को बर्बाद करने में लग गये। फिर वह ऐसे समय में अगर कोई सहारा बनता है तो वह वक्त के समर्थ गुरु यानी सन्त-सतगुरू हुआ करते है।
वक्त के सन्त सतगुरू बाबा जयगुरूदेव जी महाराज के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी तथा उनके वचन व दया का प्रसाद बांटने वाले केवल उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज जिन्होंने बाबा जयगुरूदेव जी महाराज के निजधाम जाने के बाद लाखों लोगों की शराब, मांस, मछली, अंडा, मुर्गी खाना-पीना छुड़ा दिया, शाकाहारी, देशभक्त बनाकर एक भारी विप्लव से इस देश को बचाया है,
साथ ही साथ बाबा उमाकान्त जी महाराज, बाबा जयगुरूदेव जी महाराज के आदेशानुसार दुनिया के 16 देशो में जाकर लाखों लोगों के मानव तन को सफल करने की युक्ति यानी आत्म कल्याण का रास्ता (नामदान) देकर भवसागर से पार जाने की राह पर चला कर संकटकाल से बचा रहे है।
पूरे विश्व में जो संकट के बादल (All World)
आज पूरे विश्व में जो संकट के बादल मंडराते दिखाई दे रहे हैं, जिनसे सारा विश्व भयभीत हैं और घर-घर में पशु व मनुष्य में बीमारी के संकेत मिल रहे है, इन सब का कारण है मांसाहार, मदिरापान, बेजुबान जनता यानी कि जानवरों की बेरहमी से हत्या। परमार्थ की राह से दूरी। बाबा उमाकान्त जी महाराज बराबर शराब मांस से दूर रहने पर जोर देते रहे है और कह रहे है कि अगर शराब मांस से लोग दूर नहीं हुए तो आगे ऐसी-ऐसी बीमारियाँ व अन्य तकलीफें आयेगी जिनका कोई इलाज नहीं होगा। बड़े-बड़ो के दिल दिमाग फेल हो जाएंगे।
बाबा उमाकान्त जी महाराज अपने गुरु महाराज के संकल्प जैसे इस धरती पर से गौ हत्या ही नहीं बल्कि किसी भी जीव-जंतु की हत्या नहीं होगी, लोग धर्मिक बने, सतयुग का नज़ारा पूरे विश्व में दिखे इसके लिए ढूढ़ संकल्पित है और बराबर इस काम में लगे हुए है। बस आप लोगों के सहयोग और आशीर्वाद की आवश्यकता है-
मनुष्य शरीर! मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा जैसा है इसके अंदर मुर्दा, मांस, मछली, अंडे, शराब डालकर गंदा मत करो। मुर्शीदे कामिल यानी सच्चे गुरु से रास्ता लेकर थोड़ी देर भजन-इबादत जरूर करो, जिससे आने वाली जहरीली हवाएँ, बीमारी, भूकंप, तूफान, अतिवृष्टि, सूखा, आगजनी, दंगा-फसाद, युद्ध के मंडराते बादल से बच सको।
बाबा उमाकान्त जी महाराज (Umakant Ji Maharaj)
विश्व के सभी राजनेता तथा आत्म कल्याण के काम में लगे हुए धर्मगुरू! दिलों को जोड़ने का कार्य करने लग जाएँ तो लोग सुरक्षित होंगे। तिफरकेबाजी, आतंकवाद जैसी समस्याएँ खत्म हो करके मडराने वाले युद्ध के बादल भी हट सकते हैं। दुनिया का रक्षा बजट विकास कार्यों में लग सकता है और देशभक्त सैनिकों की बेशकीमती जाने भी बच सकती है। सब को भरपूर न्याय और सुरक्षा मिल सकती है। फकीर-महात्मा किसी को धोखा नहीं देते, सदैव सबके हित की ही बात करते हैं।
अधिकारी, व्यापारी व राजनेता भी नियम और कानून का पालन करें। गलत पैसा कमाने की इच्छा न रखें, अच्छे काम में एक दूसरे की मदद करें। देश और देश की जनता से प्रेम करें। नशे से मुक्त तथा शाकाहारी रहे। धर्म परायण भारत देश की मर्यादा को बनाए रखने के लिए सभी नेता एकजुट होकर के मानव हत्या, गौ हत्या, पशु पक्षी की हत्या बंद करा दे जिससे लोग कुदरती कहर से बच सके और सतयुग का प्रदुर्भाव धरती पर हो जाय।
सब लोग बराबर देश प्रेम बनाये रखो। देश की सम्पत्ति का कोई नुकसान आपकी वजह से न हो। पूरी कोशिश आपकी यह रहे कि आपकी वजह से किसी का कोई नुकसान नहीं हों। आप किसी के दिल को दुखाने का काम मत करो। किसी पण्डित, मुल्ला, पुजारी, जाति-धर्म की निन्दा मत करो। कोई राष्ट्र विरोधी, जाति विरोधी काम मत करो।
मालिक खाली करायेगा (Kiraye ka makan)
किराये का मकान रूपी यह मनुष्य शरीर जब वह प्रभु / मालिक खाली करायेगा तो धन-दौलत, माल-खजाना सब यही छूट जायेगा। कोई चीज साथ जाने वाली नहीं है। इन्सान को भगवान का भजन यानी रूहानी इबादत का तरीका बताने वाले, कामिल मुर्शिद यानी वक्त के सच्चे सन्त सतगुरू की तलाश करके नर्क-चौरासी से बचने का उपाय कर लेना चाहिए।
क्या आपको मालूम है। इस दुनियाँ संसार में कहाँ से आये हो? क्यों आये हो? और मरने के बाद जाओगे? इसकी चिंता करो। मुक्ति मोक्ष का उपाय करो। ज्ञातव्य है कि वही दुःखहर्ता सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज हैं, जिनके दर्शन करने व बताए रास्ते पर चलने से बीमारी, घर में लड़ाई झगड़ा की समस्या हल होने लगती है और भाव भक्ति के अनुसार कामना भी पूरी हो जाती है।
निष्कर्ष
ऊपर दिए गए कंटेंट के माध्यम से आपने जनता की खुशहाली के लिए (khushhali ke liye) बाबा उमाकांत जी महाराज उज्जैन द्वारा प्रचार पत्रिका निकाली गई जिसमें उन्होंने जनता की खुशहाली के लिए कुछ सुझाव दिए, आशा है आप को ऊपर दिया गया कंटेन जरूर अच्छा लगा होगा. आर्टिकल पढ़ने के लिए धन्यवाद जय गुरुदेव मालिक की दया सब पर बनी रहे.
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