अपने सच्चे धाम, भेद, मार्गों और मंडलों का वर्णन, आध्यात्मिक संदेश
Jai Guru Dev महानुभाव कुछ स्वार्थी लोग जीवों को उपदेश देने के लिए स्थान-स्थान पर बहुत से प्रगट हो गये। इनकी संगत करने और बचनों को मानने से जीवों को अत्यधिक कष्ट पहुँचा। उनको प्रत्यक्ष धोखा मालूम हुआ। इस कारण से अब यदि कोई सच्चा मार्ग और भेद बताने वाला मिलता है तो उसके बचन … Read more