Satyug Kab Aayega | कलयुग के बाद सतयुग कब आएगा | Satyug Ki Kahani

सतयुग कब आएगा (Satyug Kab Aayega?) कलयुग के बाद सतयुग, Satyug Ki Kahani In Hindi बाबा जी ने क्या कहा? Satyug आने के बारे में बाबा जयगुरुदेव जी महाराज ने क्या कहा? कलयुग के बाद सतयुग कब और कैसे आएगा? Satyug Kalyug की टक्कर में क्या होगा? चलिए जानते हैं स्वामी जी महाराज ने Satyug के बारे में क्या कहा? इस सत्संग आर्टिकल को पूरा पढ़ें। यह कलयुग सतयुग (Kalyug Satyug) के बारे में बहुत ही जानकारी पूर्ण होने वाली है। चलिए पूरा पढ़ें। Jaigurudev:

Satyug Kab Aayega
Satyug Kab Aayega

सतयुग कब आएगा? (Satyug Kab Aayega)

कुछ वर्ष पहले एक व्यक्ति बाबा जयगुरूदेव जी के पास आया। आते ही उसने एक प्रश्न किया कि सतयुग कब आएगा? (Satyug Kab Aayega?) इस प्रश्न के पीछे उसकी क्या भावना छिपी थी। यह तो वह जाने पर स्वामी जी महाराज ने मुस्कुराकर कहा था कि अगर मैं कुछ कह दूं कि सतयुग (Golden Age) नहीं आएगा तो आप मेरा क्या कर लोगे?

कहने का मतलब ये कि सतयुग आएगा (Satyug Aayega) तो सबकी मसखरी (Majak) खतम कर देगा और सन्तों से तपस्वियों से मस्खरी (Majak) करना अच्छा नहीं होता। इतिहास गवाह है कि मथुरा (Mathura) के यदवंशी एक आदमी के पेट पर उल्टी कड़ाही बाँधकर उसे घाघरा के ओढ़नी पहना कर दुर्वासा ऋषि (Durvasa Rishi) के पास ले गए और उन्होंने पूछा कि महाराज इसके पेट में लड़की है या लड़का?

दुर्वासा ने कहा कि इसके पेट में वह है जो तुम्हारे विनाश का कारण बनेगा। तब यदुवंशियों के यह सुनकर होश उड़ गए। उन्होंने फटाफट कड़ाही खोली और समद्र के किनारे जाकर उसको घिस-घिस कर समुद्र में बहा दिया। पर वह लोहे के कण बहे नहीं, कटीले झाड़ बनकर उगे। इतिहास गवाह है कि कृष्ण ने यदुवंशियों (Yaduvanshis) को वहाँ बुलाया और यदुवंशी आपस में उस झाड़ को उखाड़कर एक दूसरे को मारना शुरू किया। इस मारा-मारी में छप्पन करोड़ यदुवंशी (Yaduvanshis) समाप्त हो गए।

सन्तों महात्माओं की वाणी (Mahatmayo Ki Vaani)

तो कहने का मतलब ये है कि सन्तों महात्माओं की वाणी (Mahatmayo Ki Vaani) हर युग में सत्य होती है। सतयुग (Satyug) आने की भविष्यवाणी (Bhavishyvaani) सूरदास जी ने की और अभी कुछ दिन पहले पांच हजार साल पुरानी पाण्डुपि मिली है जिसमें सतयुग आने के संकेत (Satyug Aane Ke Sanket) तो है पर महाविनाश का भी उल्लेख है।

दो युगों की टक्कर (Kalyug Satyug Me Takker)

स्वामी जी महाराज ने कहा कि दो युगों की टक्कर में महाविनाश होता है। उस महाविनाश (Mahavinash) में वह लोग बच जाते है जो धर्म पर चलते हैं ईश्वरवादी होते हैं सत्यवादी होते हैं। ऐसी हालत में अगर Satyug अभी आकर खड़ा हो जाये तो हम जैसे धर्म को मानने वाले क्या उसके आगे टिक पायेंगे?

धर्म (Religion) का नकाब तो हम ओढ़ लेते हैं लेकिन अपने दिल में झांक कर देखें तो क्या वहाँ कही धर्म की जड़ है? धर्म के नाम (Dharm Ke Naam) पर मन्दिर मस्जिद के झगड़े होते हैं, राम रहीम के झगड़े होते है, मठो आश्रमों में झगड़ें होते है। जो दुनिया में भूले हैं वह तो भूले ही हैं उसमें फसे ही हैं।

लेकिन हम धर्म (Religion) का नकाब ओढ़कर उन दुनियादारों से कुछ कम हैं? आपस में ही लड़ते हैं, धोखा देते है, ठगी करते है, झूठ बोलते हैं और तो और सन्तों महात्माओं कीआंखों में भी धूल झोंकना चाहते है, उनसे भी झूठ फरेब करते है शतरंज की चाल चलते हैं तो बताइये कि सतयुग कैसे (Satyug Kaise) आएगा?

सतयुग कैसे आएगा? (Satyug Kaise Aayega)

सतयुग का (Satyug Ka) आवाहन पिछले ऋषियों मुनियों ने किया, सन्तों ने किया ओर वर्तमान में Baba JaiGuruDev ने किया है। बाबा जी ने आवाज लगाई कि कलयुग में सतयुग (Kalyug Me Satyug) आएगा। सूरदास जी ने भी लिखा है कि:

सहस वर्ष लगिसतयुग व्यापे। धरम की बेल बढ़े

लेकिन Satyug के आने से पहले Kalyug अपना कर्जा मांगेगा। क्योंकि इस धरती पर रहकर हमने ऐसे-ऐसे काम किए जो कहने में नहीं आ सकते। इन्सानों को हम भले ही धोखा दे दें पर ऊपर वाले को धोखा नहीं दिया जा सकता। वह तो छोटे-छोटे कर्मों का भी लेखा जोखा करता है।

कलयुग (Kalyug) जब अपना हिसाब मांगता है तब बड़े-बड़े भौतिक विज्ञान फेल हो जाते हैं। अभी कुछ दिन पहले तीन मिनट के समुद्री तूफान, तेज हवायें और सुनामी लहरों ने क्या से क्या कर दिया, बड़े से बड़े वैज्ञानिक भी हैरत (Paresani) में पड़ गए।

सतयुग आने के लिये (Satyug Ane Ke Liye)

Satyug (सतयुग) आने के लिये हमें दिल से सत्यवादी (Satyvaadi) होना पड़ेगा। ईश्वरवादी होना पड़ेगा, ईमानदार चरित्रवान होना पड़ेगा। गुरु भक्त (Guru Bhakt) होना पड़ेगा तब हम सतयुग के स्वागत (Welcome To Satyug) लायक होंगे। तैयार हो जायेंगे तो कलयुग (Kalyug) के जाने में और सतयुग के (Satyug Ke) आने में क्या देर लगती है।

बाबा जी इसीलिये तो मेहनत कर रहे हैं, जीवों को जगा रहे हैं, नाम का बीज डाल रहे हैं। वह तो सब कुछ कर रहे हैं पर हम अपने को सुधार लें तभी तो सतयुग आएगा (Satyug Aayega) । अगर हम नहीं सुधरेंगे तो दोनों की टक्कर में विनाश तो होगा ही।

निष्कर्ष

महानुभाव ऊपर दिए गए कंटेंट के माध्यम से आपने यह जाना कि कलयुग के बाद सतयुग कब और कैसे आएगा? Satyug Kab Aayega? यह आपने जाना है यदि हमें अपने जीवन में Kalyug Me Satyug लाना है तो संत महात्माओं की वाणी पर अमल करना होगा और महात्माओं के दिए हुए वचनों को पालन करना होगा “सतयुग यानी सत्य का आगाज” हम अपने जीवन में सत्य लाना चाहते हैं? Satyug का स्वागत इसी प्रकार से कर सकते हैं? आशा है आपको ऊपर दिया गया कंटेंट जरूर पसंद आया होगा और अधिक सत्संग आर्टिकल पढ़ें, जय गुरुदेव मालिक की दया सब पर बनी रहे।

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