अद्भुत और रहस्यमय आध्यात्मिक प्रश्न उत्तर जाने क्या और कैसे? Adhyatmik prsno ke Uttar

जय गुरुदेव महानुभाव, इस सत्संग पोस्ट के माध्यम से आप जानेंगे महात्माओं के द्वारा दिए गए प्रश्न का सटीक जवाब जो एक रहस्यमय एवं आध्यात्मिक जागृति से जुड़े हुए Adhyatmik prsno ke Uttar हैं। उनके प्रश्न उत्तर पड़ेंगे जो जिज्ञासु महापुरुषों से कैसे अद्भुत प्रश्न करते हैं उनके उत्तर सत्संग पोस्ट में पड़ेंगे यह बहुत ही रहस्यमय अद्भुत और आध्यात्मिक प्रश्न उत्तर हैं पूरा पढ़ें।चलिए शुरू करते हैं।

Adhyatmik prsno ke Uttar

अद्भुत और आध्यात्मिक प्रश्न उत्तर (Adhyatmik prsno ke Uttar)

1-प्रश्न-सतगुरू से क्या मांगना चाहिये?
उत्तर-भक्ति और प्रेम प्रभु के चरणों की।

2-प्रश्न-सतगुरू के साथ क्या उचित है?
उत्तर-उनके आदेशों का पालन करना।

3-प्रश्न-आयु किस प्रकार व्यतीत करनी चाहिए?
उत्तर-प्रभु की याद में जहाँ तक सम्भव हो सबको प्रसन रखने में, क्योंकि प्रभु का वचन है कि जो कोई मेरे जीव को प्रसन्न रखता है मैं उससे प्रसन्न रहता हूँ।

4-प्रश्न-मनुष्य का कौन-सा कार्य उत्तम है?
उत्तर-परमार्थ कमाना।

5-प्रश्न-परमार्थ से क्या फल मिलता है?
उत्तर-पशु से मनुष्य तथा मनुष्य से देवता बन जाता है। इससे अधिक और बडी श्रेणियाँ हैं। फिर वे प्राप्त होती हैं। अर्थात् शनैः-शनैः प्रभु के सम्मुख पहुँच कर उनका निज प्रिय हो जाता है।

आध्यात्मिक प्रश्न उत्तर (Adhyatmik prsno ke Uttar)

6-प्रश्न-सच्चे प्रभु की किस भाँति पहचान हो सकती है?
उत्तर-सन्तों की शरण लेने तथा उनकी युक्ति का अभ्यास करने से।

7-प्रश्न-दुनिया किसको कहते हैं?
उत्तर-जो अन्त में काम न आये प्रभु की ओर से विमुख रक्खे।

8-प्रश्न-प्रभु की प्रसन्नता कैसे प्राप्त होती है?
उत्तर-उनके चरणों में गहरी प्रीत तथा प्रतीत करने से तथा जहाँ तक सम्भव हो उनकी आज्ञा का पालन करने से। उनकी सेवा में तन, मन और धन का सोच विचार न करना चाहिये।

9-प्रश्न-सब कार्यो से उत्तम कार्य कौन है?
उत्तर-सतसंग करना, भजन करना तथा उससे लाभ उठाना।

10-प्रश्न-सब कार्यो से बुरा कार्य कौन है?
उत्तर-प्रभु को भूलना तथा धन और भोगों की इच्छा करना।

महापुरुषों के द्वारा दिए गए प्रश्नों के जवाब (prsno ke Uttar)

11-प्रश्न-सेवक किसको कहते हैं?
उत्तर-जो अपने को सबसे नीच और छोटा जाने, दीन हीन जानो अपने को और प्रभु के चरणों में प्रेम में लवलीन रहते हैं।

12-प्रश्न-जीव प्रभु के स्मरण में क्यों कर लग सकता है?
उत्तर-मृत्यु का स्मरण रखने और चौरासी के भय से।

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13-प्रश्न-मंजिल पर क्यों कर पहुँचना चाहिए?
उत्तर-धैर्य के साथ अभ्यास करेंगे तब कहीं कुछ समय में मार्ग सम्पूर्ण होगा

14-प्रश्न-पाप का उपचार क्या है?
उत्तर-अपराध करने पर झुरना तथा पश्चाताप करना और भविष्य के लिये चैतन्य रहना।

15-प्रश्न-ऐसा कौन व्यक्ति है जो जहाँ जावे उसे सब प्यार करें?
उत्तर-जो हर एक से दीनता करता है।

आध्यात्मिक प्रश्नों के उत्तर (Adhyatmik prsno ke Uttar)

16-प्रश्न-साहस वाला कौन है?
उत्तर-जो संसारी सुखों को छोड़कर परमार्थ की कमाई करता है।

17-प्रश्न-सच्चा हितकारी कौन है?
उत्तर-सतगुरू, जो हमको बुराई से बचाते हैं और अच्छाई सिखाते है तथा कठोरता और कष्टों से तुम्हारी सहायता करते हैं।

18-प्रश्न-यदि कोई सतसंगी अनुचित कार्य करे तो उससे किस प्रकार बचना चाहिए?
उत्तर-उससे कम मिलने और कम बातचीत करने से।

19-प्रश्न-क्या यत्न करूं कि वैद्य की आवश्यकता कम रहे?
उत्तर-कम खाओ, कम सोओ और भजन करो।

20-प्रश्न-क्या करूं कि सब हमसे मित्रता रक्खें?
उत्तर-झूठ मत बोलो, विश्वासघात मत करो किसी को हाथ और मुख से दुखी मत करो तथा चित्त में सबसे प्यार तथा दीनता रक्खो।

संतो द्वारा दिए गए जिज्ञासु के उत्तर (Jigysu prsno ke Uttar)

21-प्रश्न-सेवा कितने प्रकार की है?
उत्तर सेवा के तीन प्रकार हैं-प्रथम तन की सेवा, द्वितीय धन की सेवा, तृतीय मन की सेवा।

22-प्रश्न-सेवा का फल क्या है?
उत्तर-निश्चलता मन की, निर्मलता अन्तःकरण और कृपा और दया सतगुरू की।

23-प्रश्न-वीर पुरूष कौन है?
उत्तर-जो संसार के बिगड़ने से अप्रसन्न और मलीन हृदय न हो।

पोस्ट निष्कर्ष

आपने इस सत्संग आर्टिकल के अंतर्गत जाना आध्यात्मिक प्रश्नों के उत्तर जो महापुरुषों ने स्पष्ट जवाब दिए, आशा है आपको कुछ प्रश्नों का उत्तर (Adhyatmik prsno ke Uttar) जरूर मिल गया होगा।और अधिक पढ़ने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करें साथ में अपने दोस्तों के सोशल नेटवर्क पर शेयर करें “जय गुरुदेव” मालिक सबकी संभाल करें।

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