आने वाले भविष्य में क्या होगा? Bhavishya Mein भारत भूमि पर होगा

संत महात्मा वर्तमान, भूत और भविष्य के बारे में जानते हैं। आने वाले भविष्य में क्या होगा? (Aane Wale Bhavishya Mein Kya Hoga) इस देश में शासन व्यवस्था कैसी अवतारी शक्तियाँ अपना विस्तार करेंगे और देश को संभालेंगे। चलिए जानते हैं महापुरुषों ने अपनी भविष्यवाणियों में क्या कहा, Aane Wale Bhavishya के लिए, जय गुरुदेव पूरा पढ़ें यह आने वाले समय के भविष्य के बारे में बताया गया है।

आने वाले भविष्य में क्या होगा (Aane Wale Bhavishya Mein)

संत महात्मा तत्वदर्शी होते हैं। उनकी दिव्य दृष्टि खुली होती है वह संसार और परमात्मा को अपनी दिव्य दृष्टि से देखते हैं। आने वाले भविष्य (Aane Wale Bhavishya) के बारे में वह सब कुछ जानते हैं। इस धरा पर ऐसे कई महान संत महात्मा और बाबा हुए जिन्होंने भविष्य के बारे में बताया है।

कि Aane Wale Bhavishya Mein Kya Hoga? ठीक इसी तरह से परम संत बाबा जयगुरुदेव जी महाराज ने भी भविष्यवाणियाँ की हैं और यह भी बताया है कि अवतारी शक्तियाँ जन्म लेंगे और कुछ जन्म ले चुकी आने वाले समय में (Aane Wale Bhavishya Mein) वह अपना कैसे बागडोर संभालेंगे।

महात्माओं ने सब कुछ स्पष्ट बताया है। ठीक इसी क्रम को देखते हुए आने वाले Bhavishya Mein क्या होगा यह सब महात्मा जानते हैं और सत्संग माध्यम से लोगों को सचेत भी करते हैं चलिए जानते हैं।

Bhavishya Mein
Bhavishya Mein

इन्सानों की शक्ति क्षीण (Insan ki Shakti)

आप सोचे और विचार करें मैं आप को भौतिकवाद भी बताऊँगा और परावाद भी बताऊंगा। मुझे आप ऐसा न समझें कि मैं अध्यात्मवाद (Aadhyatmikbad) बताने के लिए आया और केवल साधू-सन्यासी की बात करता हूँ पर पुड़िया जरूर बाँध दूंगा और वह पुड़िया तुम्हें इस मैदान में लाकर पटक देगी। तुम यह अनुभव करके देख लेना।

आज दुनियाँ (world) में पश्चिमी सभ्यता के आने पर और उन चीजों के सेवन करने पर जिसमें आप प्रोटीन (Protein) ढूँढ़ रहे हैं जिसमें आप ताकत ढूँढते है वह अण्डा, मछली, गोश्त और शराब में ताकत और प्रोटीन नहीं है। ये तो शक्ति को क्षीण करने वाली जचीजें है।

थोड़ी देर के लिए मन इन्द्रियाँ चलायमान हो जाये और आप लोगों की तरफ आसक्त हो जाय यह असत्य बात है लेकिन जब इन्सानों की सारी शक्ति (insaano ki sari Shakti) क्षीण हो जायेगी उस समय क्या होगा? ऐसे-ऐसे मजे आएंगे बीमारियाँ आएंगी जिनकी दया नहीं मिलेगी। बड़े-बड़े अश्पताल और खुल जाएंगे फिर भी इलाज (Ilaaj) होना कठिन हो जाएगा।

Bhavishya Mein ऐसे बच्चों का अवतार

मैं आप को यह बता दूं कि इन माताओं से ऐसे बच्चों का अवतार (Baccho ka Avatar) होगा जो आप को सीधा कर देंगे, दिल्ली वालों को सीधा करेंगे लखनऊ और जयपुर वालों को भी सीधा करेंगे। उसका परिचय थोडे ही दिनों में होने वाला है। उसका संकेत आप को हर प्रान्तों में मिलेगा।

हमारी आवाज और हमारी हवा हमारे साथ में होगी। हमारी आवाज के साथ ही हमारी पत्रिका बनेगी। जहाँ तक ये हवा जाएगी वहाँ तक पत्रिका जाएगी। ये आप में प्रवेश हो जाएगी। हम घू कर ये हवा चारों तरफ फैला देंगे कि आप लोग होशिर हो जाय, सम्हल जाये नहीं तो पीछे पश्चाताय करना होगा।

कौशिल्या को पीछे पश्चाताप हुआ था। Bhavishya Mein उन बच्चों को ठीक से रखना। वह बच्चे परिवार (Bacche Parivar) को लेकर इधर आएंगे। उन बच्चों में कुदरती देगी शक्ति अभी मौजूद है। वक्त आने पर प्रगट हो जाएगी। एक पूरा समाज पूरा फील्ड एक पूरी नाटकशाला उतरी हुई है जो वहाँ काम करेंगे। ये संकेत हम पहले से दे रहे है।

Bhavishya Mein शक्तियों से टकरा मत जाना

समय पर वे उठ खड़े होंगे। समय की प्रतीक्षा उनको भी है, समय की प्रतीक्षा (Samay ki Pratiksha) मुझको भी है। इसलिए होश में आ जाइए। इधर आकर पहले से ही अपने को सम्हाल तलो ताकि उन शक्तियों से टकराव न हो जाय। मैं एक नेचुरल स्वतंत्र व्यक्ति हूँ और सबकी बतों बताऊंगा अपना लक्ष्य आप के सामने रखूगा।

अगर आप ये सोचते हैं कि मुझे वहाँ नहीं जाना तो मुझे चिंता नहीं लेकिन आप लाचार होकर हमारे ऊपर नहीं आएगी क्योंकि हमारे हाथ में कानून है तो ऐसी बात नहीं हैं चाहे कानून को पकड़े रहो चाहे पढ़े लिखे हो चाहे व्यवसायी हो चाहे बन्दूकधारी हो तकलीफ तो सबके सिर पर आयेगी।

भविष्य में मालूम हो जाएगा (Bhavishya Mein)

यह तकलीफ कुदरत का एक डंडा होगा। वह भविष्य में (Bhavishya Mein) आपको मालूम हो जाएगा। इसलिए मेरी ये प्रार्थना है कि आप सम्हल जाये, इंसान और आदमी बने, प्रभू पर विश्वास करें, सच्चे दिल से पूजा इवादत करें तो इस कलयुग में ही सतयुग (Kalyug mein satyug) न आ जाये।

लेकिन आप जो सोचते हैं कि कलयुग (Kalyug) नहीं जाएगा तो ये भी ध्यान में रखिए कि कलयुग आपको ठीक कर देगा और आपको ठीक करने के बाद फिर सतयुग (satyug) तो जाएगा ही लेकिन आप को सोची हुई बातें लाखों कोस दूर धरी रह जाएंगी।

मैं उद्देश्य लेकर आया हूँ (Uddesh Lekar)

इसलिए मैं इस उद्देश्य को लेकर आया हूँ कि आप इतने शारीरिक (Sharirik) रूप से मानसिक (Mansik) रूप से भौतिक रूप से गिर चुके हैं कि बिना किसी के सहयोग और सहायता के आप उठ नहीं सकते। ऐसा वक्त आएगा कि सब लोग चिल्लाएंगे कि ऐसी कोई महान शक्ति कोई महापुरूष चाहे शहर में हो,

चाहे गाँव में हो चाहे किसी काम में हो वह खड़ा हो जाये हमको सहारा देकर उठा ले, हमारी रक्षा (Hamari Raksha) करें। जिसके दिल दिमाग में ऐसा कोई मतभेद न हो कि हिन्दू को बचाना या मुसलमान ईसाई (Muslim Isai) को बचाना है वह सबका समान रूप से सहारा बन जाये।

Bhavishya Mein एक समय ऐसा आएगा जब सभी लोग सभी प्रकार से गिर जाएंगे। किसी को किसी बात का अभिमान नहीं रहेगा। विद्यावान से लेकर अविद्या तक, धनी से लेकर निर्धन तक, क्षत्रिय-ब्राह्मणों से लेकर छोटे लोगों तक जब सारी भावनायें मनुष्यों की खण्डित हो जाएंगी तब सच्ची Shaktiyan का आना होगा।

फिर उनके सन्देश हमारे दिल दिमाग में चुभ असाएंगे। चुम्बक पत्थर की तरह से उनके शब्द असर करेंगे। उनकी शक्तित और अपनी अशक्ति, उनका सद विचार और अपना अविचार आपस में टकरायेंगे तब एक नवीनता आएगी ऐसा मेरा विश्वास है।

मैं विश्वास लेकर आया हूँ (Vishwas Lekar)

जिस विश्वास को लेकर मैं इधर आया हूँ यह विश्वास हमारा हमारे साथ रहेगा। विश्वास करने (Vishwas karne) का कारण सदा होता है। यह पराशक्ति हैं खोई नहीं। हम उसका सदुपयोग कर सकते है लेकिन जब तके निशाचर रहेंगे तब तो ठीक है कि उस शक्ति का टकराव होगा और वह शक्ति का कराव होगा और वह शक्ति अपना काम निश्चित करेगी।

क्योंकि समय-समय पर वक्त जरूरत पढ़ने पर शक्तियों ने कमि किया। सत्य सदा (Sada Satya) सयत्य रहेगा, असत्य-असत्य रहेगा। दिन का काम दिन का होगा, रात्रि का रात्रि का होगा। हम ये चाहें दिन रात्रि का या रात्रि दिन ही दिन का काम करे तो यह असम्भव बात होगी। हम नेचर कुदरत और प्रकृति को नहीं बदल सकते। हमको प्रकृति से मेल रखकर चलना होगा तब तो ठीक रहेगा।

Bhavishya Mein संघर्ष अभी और बढ़ेगा

जब हम प्रकृति के प्रतिकूल चलेंगे तो संघर्ष तभी समाप्त होगा। जब लोगों की इच्छा हो जाएगी कि अब कोई Bhavishya Mein ऐसी शक्ति आ जाए राम और कृष्ण की तरह कबीर और मोहम्मद की तरह जो सबको ठीक कर दें। यह संघर्ष अभी और बढ़ेगा।

इसके लिए आप को प्रतीक्षा करनी होगी। हम तो समय-समय पर आप को बतलाते रहेंगे, आगाह करते (Sachet karte) रहेंगे। यह संघर्ष कुछ करके छोड़ेगा, कुछ बतला कर छोड़ेगा। यह भूमि उथल पुथल कर देगी। इसका असर हवा में होकर आप में फैल जाएगा, यह आप को कुछ बतला ही देगा। यह आप को खत्म कर देगा। दोनों में से एक काम होगा। तुम समझ लोगे तो बच जाओंगे, नहीं समझते हो तो खत्म हो जाओगे। दोनों चीजें आप के सामने रख दीं।

मैं तो बात कहने जा रहा था धर्म की पर बीच में यह भी सुन लीजिए। अभी तो बहमत है इनके साथ। फिर इनका बहुत काम नहीं करेगा तो फिर किसी का बहमत (bahumat) आएगा। सुन लीजिए आप। जो हम कहेंगे वही भविष्य में होगा।

उनका पक्का बहुमत आएगा (Bahumat Aayega)

Bhavishya Mein उनका बहुमत भी स्थगित हो जाएगा। फिर बच्चों का नौजवानों का बहुमत आएगा। यह बहुमत जल्दी-जल्दी खतम होगा। इन सबके वाद आने वालों का बहुमत आएगा। आप उनको महात्मा कहें, अवतार कहें, राम, कृष्ण, मोहम्मद, ईसा कुछ भी कहें। उनका बहमत जब आएगा तो उनके बह्मत से स देश में धर्म का निर्माण (Dharm Nirman) होगा, न्याय सुरक्षा आएगी, सारी व्यवस्थायें अपनी जगह पर ठीक हो जाएंगी।

सुन लीजिए आप कि फिर Bhavishya Mein क्या होगा। परिवार नियोजन खत्म, जीव हिन्सा खत्म चाहे पशु पक्षियों की हो चाहे इन्सानों की। आन्दोलन, हड़ताल, तोड़फोड आगजनी, लुटपाट, चोरी डकैती सब खत्म। कोई बच्चा बेकार घूमता नहीं दिखेगा।

तुम्हारे दिल के अन्दर इतनी दया का संचार हो जाएगा कि तुम हमेशा ये सोचोगे कि मेरी वजह से किसी को तकलीफ तो नहीं हो गई। उनका बहुमत मैं तैयार किए देता हूँ तब कुछ कुदरत ठीक करेगी, कुछ महात्मा (Kuchh Mahatma) ठीक करेंगे कुछ वह बच्चे ठीक कर देंगे यानी सब तरफ से आप ठीक हो जाएंगे। आगे क्या होगा आप नहीं जानते।

Nishkarsh

महानुभाव आपने ऊपर दिए गए कंटेंट के माध्यम से यह जाना कि महात्माओं ने भविष्य के (Bhavishya ke) बारे में बताया है कि Aane Wale Bhavishya Mein Kya Hoga? भविष्य में कैसा समय आएगा? कैसे अवतारी शक्तियाँ अपना पावर दिखाएंगी। आदि तमाम चीजों को जाना। ऊपर दिया गया सत्संग आर्टिकल जरूर अच्छा लगा होगा।

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