Kabir Saheb की एक घटना। सांप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे
अपना झरोखा खोलने से पहले कबीर साहब (Kabir Saheb) की एक घटना सुना दूं। महात्मा बहस मुवासे के चक्कर में पड़कर समय बर्बाद करना नहीं चाहते। इसलिए कोई न कोई वह ऐसा रास्ता निकाल लेते …
अपना झरोखा खोलने से पहले कबीर साहब (Kabir Saheb) की एक घटना सुना दूं। महात्मा बहस मुवासे के चक्कर में पड़कर समय बर्बाद करना नहीं चाहते। इसलिए कोई न कोई वह ऐसा रास्ता निकाल लेते …