बाबा जयगुरुदेव जी के डायरी के पन्ने, प्रतिदिन के विचार {Pratidin ke Vichar}
महानुभाव सादर जय गुरुदेव, इन सत्संग वचनों में आप जानेंगे स्वामी जी महाराज ने अपने डायरी के पन्नों में, Pratidin ke Vichar सत्संगी की-की रहनी क्या और कैसे होने चाहिए? पहले और आज के जमाने की बात की है। गुरु (Guru) शिष्य का सम्बंध क्या है कैसा रहना चाहिए? सत्संगी जन के आपस में व्यवहार […]
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