गुरूमुख और मनमुख के लक्षण, जीवों को अपनी देख रेख करते हुए चलना चाहिए
गुरूमुख और मनमुख: थोड़ा-सा वर्णन लिखा जाता है कि जिसके अनुसार जीवों को अपनी देख रेख करते हुए चलना चाहिए। सतगुरू अपनी दया से सर्वदा जीव की सम्हाल करते रहते हैं और चाहते हैं कि सब सेवक उनके चरणों में मुख्य प्रीति और प्रतीति करें पर यह मन नहीं चाहता कि जीव को ऐसी अवस्था […]
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