जय गुरुदेव महानुभाव, स्वामी जी महाराज ने पूर्व सत्संग में कुछ ऐसी भविष्यवाणियाँ कि जो सिद्ध होती हैं। ऐसा खतरनाक वक्त आएगा कि एक ही झटके में दुनिया जाग जाएगी, उन महात्माओं की भविष्यवाणीयों को जानना जरूरी है और हम मानव जाति को सचेत रहने की जरूरत है और सच्चे मानव धर्म और आध्यात्मिकबाद से जुड़ने के लिए अग्रसर होना चाहिए, स्वामी जी महाराज ने भविष्यवाणियों में क्या कहा जानते हैं:
सतयुग आगवन साकेत महायज्ञ (तृतीय)
सतयुग आगवन साकेत महायज्ञ काशी विश्वनाथ बम भोले की नगरी में गंगा तट रेती पर फैले मीलों लम्बे चौडे मैदान में दशाश्वमेघ घाट के उस पार 15 से 25 फरवरी, 1979 तक सम्पन्न हुआ। इन दिनों लगभग दो करोड़ लोगों ने भाग लिया। एक इतिहास रचा गया।
बाबा जी ने कहा कि भारतवर्ष धर्म क्षेत्र भूमि है जहाँ के कण-कण में धर्म के बीज हैं। हमारे अन्दर भी जब उस धर्म का प्रादुर्भाव हो जाएगा तो हम इस भूमि की पवित्रता को समझने लगेंगे, इस भूमि की विशेषता दृष्टिगोचर होने लगेगी। भारतवर्ष में आधयात्मवाद उतरने जा रहा है।
एक झटके में ही सारी दुनियाँ जाग जाएगी
ऐसी विपदाएँ आएंगी जिन्हें तुमने देखा नहीं, सतयुग आएगा। याद रखिये। एक झटके में ही सारी दुनियाँ जाग जाएगी। भारत विश्व की महान शक्ति बनेगा। इसके पहले ऐसी विपदाएँ आएंगी जिन्हें तुमने देखा नहीं। कुदरत के एक डंडे में अक्ल आ जाएगी।
यदि प्रमानन्द प्रम् सुख के भण्डार प्रभू को पाना है। तो जयगुरुदेव बताते हैं जो मार्ग उसी पर जाना है॥
ऐसा खतरनाक वक्त आएगा
चौदहवी सदी का खतरनाक वक्त आएगा: इन्टरनेशनल मुस्लिम लायर एसोसिएशन के निमंत्रण पर बाबा जी का कार्यक्रम लखनऊ के अमीनाबाद पार्क में 21 मई, 1993 को हुआ। अनेक मुस्लिम संगठनों के प्रमुखों एवं पदाधिकारियों ने भाग लिया।
संयोजक जनाब ख्वाजा मोहम्मद रायक साहब ने कहा कि भाइयों। इतिहास गवाह है कि जब-जब हिन्दुस्तान पर मुसीबतें आईं, , जब-जब यहाँ जुल्म हुए तब-तब अल्लाह की तरफ से संत, सूफी और अच्छे लोग भेजे गए जिन्होंने अच्छे विचारवाद की बरकत की।
बाबा जी उन्हीं संत और औलियाओं में से एक हैं जो अल्लाह की तरफ से भेजे गए हैं और जो जुल्म और ज्यादतिया हिन्दुस्तान में हो रही हैं उनके खिलाफ जेहाद छेड़ जेहाद छेड़ दें। यह सिफारिशनामा जय गुरुदेव इन्टरनेशनल मुस्लिम लॉयर एसोसियेशन की तरफ से दिया जा रहा है।
बाबा जी ने कहा कि:
Baba Jai Guru Dev जी ने कहा कि मैं कोई फकीर या महात्मा नहीं हूँ। मैं न कोई औलिया हूँ न कोई पैगम्बर और न कोई अवतारी हूँ। जैसे आप हैं वैसे मैं भी हूँ और जो हक जो हकूक आप को खुदा ने अधिकार दिए वह मुझे भी दिया है।
आपने उसका उपयोग किया या नहीं किया आप जानो। मैंने उसका उपयोग किया। मैं मुर्शिद और गुरुओं के चरणों में गया और अपने गुनाहों, जो न मालूम किस जन्म में किए होंगे, की माफी मांगी।
उस समय पर उनके चरणों में मस्तक को रखा और उनकी मेहरबानी और दया लेकर। जो उन्होंने दी उससे रियाज और अभ्यास और साधन और योग किया और उनकी मेहर हो गई।
बाबाजी के किराए के मकान का नाम
अब आप इस किराए के मकान का नाम सुन लें। मैं आपके सामने बैठा हूँ। इस किराये के मकान का नाम तुलसीदास। एक छोटा-सा दौलतखाना यानी आश्रम मथुरा में है। जहाँ कृष्ण भगवान का जन्म हुआ था। मैंने दो परिचय आप को दे दिए और तीसरा परिचय यह है कि मैं सारे हिन्दुस्तान में ‘जयगुरुदेव’ नाम का प्रचार कर रहा हूँ।
जयगुरुदेव नाम किसी इन्सान, आदमी या जानवर का नहीं। मेरा नाम भी नहीं। तो किसका नाम? उस परमात्मा का, उस ईश्वर का, उस भगवान का, उस ब्रह्म का, उस सर्वशक्तिमान का, उस खुदा का, उस गॉड का नाम ‘जयगुरुदेव’ । मैं उसका प्रचार करता हूँ सारे हिन्दुस्तान में। आपके सामने मैं असली बैठा हूँ नकली नहीं।
मैं न हिन्दू हूँ, न मुसलमान, न ईसाई। मैं तो एक आदमी, एक इन्सान हूँ। कुरान ने जो कहा उसको मैं करता हूँ, वेद-शास्त्रों ने कहा उसको मैं करता हूँ, जो बाईबिल ने कहा उसको मैं करता हूँ।
सत्संग निष्कर्ष
महानुभाव आपने ऊपर स्वामी महाराज के द्वारा की गई कुछ महत्त्वपूर्ण भविष्यवाणियों ऐसा खतरनाक वक्त आएगा कि एक ही झटके में दुनिया जाग जाएगी के बारे में जाना।जो स्वामी जी महाराज ने अपना वास्तविक इस शरीर का नाम बताया और अधिक भविष्यवाणियाँ पढ़ने के लिए नीचे लिंक दिए गए हैं उन पर क्लिक करके और पढ़ें, जय गुरुदेव ।
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