Sant Umakant Ji Maharaj

Sant Umakant Ji Maharaj || बाबा उमाकांत जी के बारे में पूरा विवरण

जय गुरुदेव प्रेमियों आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बताने वाले हैं। परम संत पूज्य बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी बाबा उमाकांत जी महाराज (Sant Umakant Ji Maharaj) का संक्षिप्त परिचय एवं अतीत से अब तक उसका विवरण हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले हैं। यह आर्टिकल लिखा […]

Continue Reading
तीसरी आँख से भगवान पाने का अवसर

तीसरी आँख से भगवान पाने का अवसर || इसी मनुष्य शरीर से Bhagwan Darshan

तीसरी आँख से भगवान पाने का रास्ता इसी मनुष्य शरीर से गया है और महात्मा ने Bhagwan Darshan की सरल युक्ति बतलाते हैं। योग साधना से अपनी दिव्य दृष्टि खोल का भगवान दर्शन (Bhagwan Darshan) किया जा सकता है। यह तभी संभव होता है जब हमें पूर्ण महापुरुष या महात्मा मिल जाए, जो हमें रास्ता […]

Continue Reading
दिव्य दृष्टि खुलने पर कैसा अनुभव होता है

दिव्य दृष्टि खुलने पर कैसा अनुभव होता है

दिव्य दृष्टि प्राप्त करने की साधना, दिव्य दृष्टि कैसे प्राप्त होती है? दिव्य दृष्टि का प्रयोग कहाँ से किया गया। सिर्फ दृष्टि खोलने से कैसा प्रतीत होता है जब आपकी आँख खुलेगी कैसा प्रतीत होता है अंदर की आँख खुलने पर कैसा अनुभव होता है? आध्यात्मिक सत्संग। ‘सुन री सखी तोहि भेत बताऊ’ सन्त महात्मा […]

Continue Reading
जीवों का कल्याण परमात्मा के मिलन का ध्यान कैसे करें

जीवों का कल्याण परमात्मा के मिलन का ध्यान कैसे करें । Dhyan Kaise Kare?

Dhyan Kaise Kare (ध्यान कैसे करें) ध्यान योग क्या है इसकी विधि कहाँ मिलेगी अपना meditation केंद्रित करने के लिए हम क्या कर सकते हैं जीव का कल्याण और परमात्मा के मिलन का भेद कहाँ मिलेगा? ऐसे तमाम प्रश्नों का सलूशन आपको इस आर्टिकल में पढ़ने वाले हैं। आप इसे पूरा पढ़ें चलिए शुरू करते […]

Continue Reading
Powerful Divya Drishti Mantra

Powerful Divya Drishti Mantra केवल महात्मा ही जानते हैं

पावरफुल दिव्य दृष्टि मंत्र (Powerful Divya Drishti Mantra) केवल महात्मा ही जानते हैं। इस बात को तभी सिद्ध किया जा सकता है जब किसी पूर्ण महात्मा के पास जाकर उनसे दिव्य दृष्टि (Divya Drishti) खोलने का मंत्र या नामदान (Mantra) लेकर उससे का प्रयोग करें और उस प्रयोग पर अपना अनुभव व सत्य व्यक्त कर […]

Continue Reading
Hath Mat Karo कोई नहीं मानता है तो छोड़ो zid mat karo

Hath Mat Karo कोई नहीं मानता है तो छोड़ो zid mat karo. हठ मत करो

कोई नहीं मानता तो जिद मत करो और हठ नहीं करना (hath mat karo) । आप हट करते हो, किसी का कहना नहीं मानते है या तो आपकी मुसीबत है, या प्रतिज्ञा है। ऐसे में हमें सोचना समझना जरूरी रहता है। यदि कोई अपने से बड़ा अपने लिए किसी मुसीबत में जाने से रोकता है […]

Continue Reading
परा विद्या (Para Vidya)

Para Vidya क्या है कैसे मिलती हैं? महात्मा ने इसका विवरण दिया

परा विद्या (Para Vidya) क्या है? अपरा विद्या क्या है? महात्माओं ने इसको अपनी सटीक भाषा में समझाया है। चलिए इस सत्संग आर्टिकल के माध्यम से जानते हैं पर विद्या (Para Vidya) और Apara Vidya में अंतर, एक साधक को कैसे पराई स्त्रियों से बचना चाहिए? मनोवृत्ति को खराब होने से कैसे परहेज कर सकते […]

Continue Reading